सोमवार, 20 जनवरी 2014

सोने की नगरी

रावण अच्छा था
या बुरा
ये विचारणीय नही है
आज ....
पर
इतना उदाहरण
तो मिल ही गया हमें
कि
घर में पता कर विभीषण का
कोई नाश कर सकता है 
हमारी
सोने की नगरी का .....
आज
हम
लड़की  को
उसका कानूनी हक
न दे रहे ..........
उसे हम
कौन सी राह
दिखा रहे हैं ........
क्यों न हम
इसे
अपनी सोंच का विन्दु  बनाएं |

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें