शनिवार, 4 अप्रैल 2015

सच और झूठ


04 April 2015
20:15


-इंदु बाला सिंह


झूठे को सम्मान पाते देख
गर्मी के मौसम में भी
ठिठुर उठती है 
पल भर को बुद्धि
सच बौखलाने लगता है ........
पर
सड़क पर दौड़ते
किलकते
बच्चे
भुला देते हैं सब कुछ
सच और झूठ दोनों  छुप जाते है डिक्शनरी में
कुछ समय के लिये |

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