11 April
2015
07:07
-इंदु बाला
सिंह
दान करने के
लिये
जन्मानेवाले
बेटी तेरे
लिये
सामान है
या
पशु
.........
कहीं
अपने खेत , मकान को बंटने से बचाने के
लिये तो नहीं दान कर दी
तूने
अपनी
बेटी !
ओ आदमी !
मेरे प्रश्न
को अनसुना कर
तेरा
आगे बढ़
जाना
न जाने क्यों
मुझे
कुछ अजीब सा लगे आज |
कुछ अजीब सा लगे आज |
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें