रविवार, 12 अप्रैल 2015

बेटी का अस्तित्व


11 April 2015
07:07

-इंदु बाला सिंह


दान करने के लिये
जन्मानेवाले
बेटी तेरे लिये
सामान है
या
पशु .........
कहीं अपने खेत , मकान को बंटने से बचाने के लिये तो नहीं  दान कर दी
तूने 
अपनी बेटी !
ओ आदमी !
मेरे प्रश्न को अनसुना कर
तेरा
आगे बढ़ जाना 
न जाने क्यों
मुझे
कुछ अजीब सा लगे आज |

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