गुरुवार, 2 अप्रैल 2015

हम चंदा लेने आये हैं |


02 April 2015
13:42

-इंदु बाला सिंह

विश्वकर्मा पूजा
दुर्गा पूजा
सरस्वती पूजा
छठी माता की पूजा
श्मशानघाट में पूजा
राधे कृष्ण मन्दिर की स्थापना
अनाथालय की सहायता
डाक्टरखाना में चिकित्सारत पेशेंट
और भी अनगिनत कारणों हेतु
जब आ जाते हैं कुछ लोग द्वार पर
हाथ में पकड़ रसीद बही
खटखटा कर गेट या ड्राइंग रूम का दरवाजा 
कहते हैं .....
' हम चंदा लेने आये हैं '
तब
हर बार हाथ जोड़
' सॉरी ' बोल बोल कर
मन भी
निरीह सा हो गया है ........
' आखिर क्यों मांगते हैं ये लोग चंदा ?
खुद ही क्यों नहीं दान करते ये अपनी कमाई ? '
कभी कभी परमशक्ति पर से आस्था
डिग सी जाती है |




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