13 May
2014
23:14
-इंदु बाला
सिंह
चल
समय पर हम
चेतें
कुछ न खोना
पड़े हमें अब
छोटी सी
जिन्दगी
हम
हंस
कर जी लें ......
क्यों
कुछ खो कर याद
करें हम .......
क्यों न
समय को बांध
लें
हम
अपनी
लौह मुट्ठी
में ......
हम भी जी लें
अपने हिस्से
का जीवन |
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