इतनी जल्दी
क्या है
तुझे ऊत्तर
पाने की
मिलेगा उत्तर
तुझे एक दिन
जब देखेगा
मुझे तू
तब सकते में
रह जायेगा
सबको एक तराजू
में न तौल तू
ओ मेरे प्रोढ़
!
मैं हूँ भावी
पीढी
मुझसे ही करवट
लेगा तेरा इतिहास
मैं हूँ तेरा
मौसम
न मुझे तू
बांध पायेगा
मैं ही हूँ
सुधार
तू क्या मुझे
सुधारेगा
क्या न याद
तुझे
एक ही सूरज
रोशन करता सारी धरती
हरता जग का
अंधकार |
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