1975
मैं इतिहास
नहीं
विज्ञानं हूँ
मैं
सिन्धुघाटी की सभ्यता नहीं
मैं नया बना
मकान हूँ
मैं चाहती
हूँ मौसम के साथ बहकना
बच्चों व्
रिश्तों के साथ चहकना
मुझे भी
अच्छा लगता है
तिलिस्म में
घूमना
इतिहास रचना
मैं छाया
नहीं
सजीव हूँ जो
छाया बनाती है
मैं बहता
पानी हूँ
मैं
निर्मला हूँ |
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