रविवार, 16 जून 2013

मैं भी सजीव हूँ

1975

मैं इतिहास नहीं
विज्ञानं हूँ
मैं सिन्धुघाटी की सभ्यता नहीं
मैं नया बना मकान हूँ
मैं चाहती हूँ मौसम के साथ बहकना
बच्चों व् रिश्तों के साथ चहकना
मुझे भी अच्छा लगता है
तिलिस्म में घूमना
इतिहास रचना
मैं छाया नहीं
सजीव हूँ जो छाया बनाती है
मैं बहता पानी हूँ
मैं निर्मला हूँ |

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