छत पर
पहुंचते ही
कट कर नीचे रह
जाते हैं सारे रिश्ते
और
रह जाते हैं केवल उसके ख्वाब उसके साथ |
तरह तरह के
ख्वाब आने लगते हैं
मृत के ख्वाब
के रुदन से ध्यान हटाने पर
अपाहिज
ख्वाब सामने दयनीय खड़ा दिखने लगता है |
तभी दुखी मन
से
एक नया
ख्वाब जन्म लेता है
और
प्रफुल्ल कर देता है उसके मन को |
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