मंगलवार, 18 फ़रवरी 2014

तू ही तो इन्कलाब है

ओ पुरुष !
खुश हो गया दिल
जब दिखा तू
अपनी
आठ महीने की गर्भ धरिणी पत्नी
के साथ तेज चलते
सड़क पर
मुहल्लेवाले की चर्चा का विषय है तू .....
तू
ही तो इन्कलाब है
स्त्री समाज का |

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