सोमवार, 23 सितंबर 2013

अच्छी माँ

   
बच्चों के सुख दुःख में
हंसता रोता मन
कब अकेला हो गया
पता ही न चला माँ को
शायद अब बच्चे बड़े हो गये थे |

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