बुधवार, 31 अक्टूबर 2012

बूढ़े एक मुसीबत


सास की मौत क्या हुई
कमाऊ बहू पर और मुसीबत पड़ी
पुत्र को पत्नी के लिये
आफिस के पास
दुगने भाड़े पर मकान लेना पड़ा |
जीवनसंगिनी की आत्महत्या ने
ससुर को तोड़ दिया था
वे बीमार रहने लगे थे 
अस्पताल पास रहने से
पड़ोसी की सहायता ले कर 
ससुर स्वयं भी अस्पताल जा सकते हैं |
बच्चे की देखभाल करना अच्छा लगता है
सभी अपने औलाद की देखभाल करते हैं
आखिर बच्चे ही तो हमारा भविष्य हैं
उन्हें अच्छे विद्यालय
फिर अच्छे कालेज में पढ़ाना आसान नहीं हैं |
घर के बूढ़े तो बीता कल हैं
समय मिले तब न बैठें
बेटा बहू उनके पास !
कमरे में दूरदर्शन है
खाना तो हॉट केस में रखा है
और क्या चाहिए उन्हें ?
अब बहू नौकरी छोड़ कर ससुर को ' रामायण ' सुनाने से तो रही
अजीब मुसीबत हैं
फिर कमाऊ पत्नी की इज्जत तो करनी पडती है
अरे भई !
किस्मतवालों को मिलती है
अच्छेघर की लड़की
जिसे पैतृक संपत्ति भी मिलनेवाली हो |

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