गुरुवार, 4 अक्टूबर 2012

हाइकू - 47

     दिनों के बंधन





इतवार है
नाच ले तू जी भर
निज धुन पे |


सोमवार है !
अरे भई उठना !
देरी हो रही |

मंगलवार है
इन्तजार करूं मैं
इतवार का |

बुधवार है
उफ्फ दिन न बीते
काम ही काम |

गुरुवार है
आज बोलूं कैसे मैं
गुरु महान |

शुक्रवार है
शुक्र है तुम आये
शुक्रिया तेरा |

शनिवार है
करें रात में मस्ती
देर में सोयें |

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