दिनों के बंधन
इतवार है
नाच ले तू जी
भर
निज धुन
पे |
सोमवार
है !
अरे भई
उठना !
देरी हो
रही |
मंगलवार है
इन्तजार करूं मैं
इतवार का |
बुधवार है
उफ्फ
दिन न बीते
काम ही काम |
गुरुवार है
आज बोलूं कैसे मैं
गुरु
महान |
शुक्रवार है
शुक्र है तुम
आये
शुक्रिया
तेरा |
शनिवार है
करें
रात में मस्ती
देर में
सोयें |
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