मंगलवार, 12 जनवरी 2016

क्या लिखा है तूने


13 January 2016
11:01


-इन्दू बाला सिंह



न जाने क्यों पुनर्जीवित होता है कवि
बारम्बार झिंझोड़ता है 
उसे समय
फिर भी
न मरता है थेथर मन
क्या लिखा है तूने
उसके नाम की वसीयत में
! कवि को धरा पर भेजनेवाले |

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