रविवार, 22 सितंबर 2024

मकान



#इन्दु_बाला_सिंह


मुझे माँ के  मकान की ज़रूरत थी 


और 


माँ को मेरी 


माँ की आँख बंद होते ही 


वक्त पलटा 


सबकी गिद्ध दृष्टि मकान पर लग गयी


दरवाज़े , दीवार निरीह से ताकते रहे   ।




02/08/24

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