#इन्दु_बाला_सिंह
हम तुम्हारे प्रश्नों के उत्तर तुम्हारी भाषा में देते हैं
तुम ख़ुश हो जाते हो
तुम्हारा मन नहीं किया
मेरी ही तरह मेरी भाषा सीखने का !
हम तो तुम्हारा ज्ञान प्राप्त कर आगे बढ़ जाते हैं
तुम अपनी भाषा के मद में डूबे जहां के तहाँ रह जाते हो
हम तुम्हें बदलते नहीं हैं
तुमसे तुम्हारी अच्छाइयाँ ग्रहण करते हैं
ख़ुद की ग़लतियों का शोधन करते हैं ….…
हम आगे बढ़ते जाते हैं
तुम अपने संस्कार के नाम पर आगे बढ़ना ही नहीं चाहते
जल , जंगल ज़मीन हमें भी प्यारी है
तभी तो हम संरक्षित करते हैं बनों को
नदियों को साफ़ रखने की कोशिश करते हैं
गाँवों को बिजली और इंटरनेट से जोड़ते हैं
वर्क फ्रॉम होम का कल कल्चर बढ़ा रहे हैं
हम तुम्हारा शोषण नहीं कर रहे हैं ।
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