- इंदु बाला सिंह
एक बार बने रिश्ते मिटते नहीं हैं
हम उन्हे भुला देते हैं
पर वे हमारे अवचेतन मन में जा छिपते हैं
हमारे अकेले पल में
वे रिश्ते हमारे सामने आ खड़े होते हैं
हमसे प्रश्न करते हैं ....
पुराने रिश्तों को नया नाम दे उन्हें निभाना
हर पल खूबसूरती से जीना
नये रिश्ते बनाना
आगे बढ़ना
यही तो जीवन है |