बड़ा भला लगता
है
मुझे अपना दो
कमरे का घर
बारिश के
मौसम में
इतवार भाये
हम
गरम पकौड़ी खाएं
खिचड़ी खाएं
खिड़की से
वर्षा का बिन भीजे आनंद लें
बादल गरजे
बिजली चमके
या बिजलीवाले
मामूं करेंट काटें
हम तो बच्चों
संग इन्ताक्षरी खेलें
बाकी दिन आफिस
से लौटने पर
कितना सकून
देता मुझे मेरा सूखा कमरा
गर्माहट देता
मुझको
मेरे घर की
दीवारों में बसती मेरी रूह
खाली समय में
बातें करता
मुझसे मेरा घर
मेरा परम
मित्र है मेरा घर |
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