सुनसान सड़क पर चौकन्ना रहना है उसे .....
वह तो सुबह सबसे पहले अपने स्टॉप से खाली स्कूल बस में चढ़ती है ....
अबसे उसे उस स्टॉप से बस पकड़नी है जहां ढेर सारे बच्चे चढ़ते हों .....
बस से उतरना भी एक स्टॉप पहले ही है ....
पांचवी कक्षा की छात्रा ने मन में सोंचा |
वह डर गयी थी
परेशान थी
उसे लगा ..... उसके साथ भी रेप हो सकता है ....
आखिर ये रेप होता कैसे है ?
जैसे भी होता है ... कुछ खतरनाक होता है ....
उस दस वर्षीय छात्रा ने सोंचा |
मम्मी पापा से कह रही थी धीरे धीरे ...
किसी लड़की के रेप के बारे में बात कर रही थी ....
मुझे देखते ही चुप हो गयी .....
पापा गुस्सा से बोल पड़े। ... फालतू बात मत करो ....
उसे स्कूल में रेप के विषय में क्यों नहीं पढ़ाया जाता ?
फिर वह चुपचाप अपनी इंग्लिश ग्रामर की किताब खोल ली |
सिर शर्म से झुक जाता है मेरा .
मैं किसीसे बात नहीं करना चाहता ....
मीडिया चीख चीख कर रेपिस्ट के बारे में बोलती है ....
अपनी बहन के बारे सोंच मैं घबड़ा जाता हूँ |