मंगलवार, 10 नवंबर 2015

बंटी मिठाईयां



- इंदु बाला सिंह

तुम रोये
मैं मुस्कायी
बंटी मिठाईयां ...........
तुम मुस्काये
खुशबू उड़ी दूर तक
अंगड़ाई ली आशा ।  

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें