शनिवार, 2 मई 2015

भाग्य भरोसे


30 April 2015
21:05

-इंदु बाला सिंह 

भाग्य 
है हथियार कायर का 
पकड़ कर वह उसे  
सोता है सदा  सेज पे 
हो  के निश्चिन्त 
क्योकि 
अब 
है न डर उसे 
जरा भी अपनी हार से |

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें