15 May
2015
08:26
-इंदु बाला
सिंह
उस कमरे में
न जाना
अंचार रखा है
वहां
और
उस कमरे में
भी न जाना
वहां
मूर्ती है
भगवान की
नानी का आदेश सुन
बूढ़ी पुरानी
कामवाली ने
नवेली
कामवाली का मुंह देखा ...
अरी !
तू इस बार
सावित्री व्रत कैसे करेगी !
और
स्कूल में
पढनेवाली नतिनी ने सोंचा
अब क्या करेगी
कामवाली
अब कैसे भला
होगा उसके सत्यवान का |
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