13
December 2015
11:10
-इंदु बाला
सिंह
अंधियारे मन
में
रोशनी लाती
दीवाली
भले
बच्चों के
लिये
मुस्कुरा
देते
हम
एक
दिन ....
और
न जाने क्यूं
दूसरे दिन से
ही
इन्तजार करने
लगता मन
अगले साल आने
वाली
दीपावली का |
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