03
February 2015
08:44
हांय
!
बाजार में
भागलपुरी चादर नहीं मिल रही
गर्मी में
कितनी अच्छी रहती है
ठंडी ठंडी
सकून देनेवाली
मेरी बिटिया
हंस पड़ी
बोली ......
अरे माँ !
आजकल तो उस
चादर से लोग पगड़ी बनाने लगे हैं
परेशान क्यों
हो
दूसरी चादर ओढ़
लेना |
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