सोमवार, 27 अगस्त 2012

हाइकू - 24


मौन रहें 
नाते , रिश्ते , औलाद
जायेंगे मिट |

प्यार का कर्ज
निज जन्मदाता का
भूली औलाद |

व्यथा की कथा
से दूर क्यों भागते
मेरे यार !

करूँ मैं पार
पथरीला संसार
पुरुषार्थ से |

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