शनिवार, 5 मई 2012

हाइकू - 4


आस जगा दे
मन में मेरे प्रिय
देखूं मैं राह |

घर है सूना
तेरे बिन घरनी
भी जा आज |

पर्दा हटायें
घर का देखो आज
अपने नाते |

राज की बातें
बताएं पड़ोसिनें
तू भी सून ले |

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