माँ अच्छी होती
कहानियों में सदा
सत्य में स्वार्थी
यह भोगा यथार्थ
अपचनीय
लगे |
पुत्र ही प्यारा
सम्पति का
वारिस
लाज क्या चीज
पुत्री प्यार
की भूखी
है
पढ़ी लिखी मुर्ख |
रक्त- सम्बन्ध
प्राय: शोषण करे
हमें मिटाए
ये पहेली जो बूझे
वो ही जी ले जीवन |
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