बुधवार, 30 मई 2012

हायकू - 13


दसरथ सा
बांधा निज को मैंने
दिया वचन |

वक्त सिखाये
हमें लचीला होना
साख रखना |

आधा अनंत
तुमने छीना है जो 
वो तो मेरा है |

पहचानूँ मैं
घर , बाहर ,जग
तू क्या सुझाए |

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