सोमवार, 30 अप्रैल 2012

आज का गणितज्ञ

2010



सफल है वह
जो संबंधों में बना पता है संतुलन |
हर सम्बन्ध
एक गणित की समस्या है |
उसे हल कर पाता है सूझ-बूझ वाला गणितज्ञ
पल भर में |
प्रश्नों को हल करने का शौकीन
है खेलता समय से |
उड़ान भरता है वह दूर दूर तक
हो कर सवार समय के उड़ने वाले घोड़े पर |
आज है व्यक्ति में क्षमता
धरती को तीन डग में मापने की |
रही है लहरा  आज
मानवता की विशालकाय धर्म ध्वजा |

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