हैरत होती है
उस पत्नी पर
बहकावे में आ कर जो पति के
करती है कन्या- भ्रूण हत्या |
हैरत होती है
उस माँ पर
फुसलावे में आकर जो बेटे के
करती है अपना धन बहू के नाम |
हैरत होती है
उस लड़की पर
जो चाहती है
सुख समृद्धि भावी पति द्वारा |
हैरत होती है
उस स्त्री पर
जो न समझती
जीवन है उसके हक का मैदान |
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