गुरुवार, 5 अप्रैल 2012

हैरत होती है !


हैरत होती है
उस पत्नी पर
बहकावे में कर जो पति के
करती है कन्या- भ्रूण हत्या |

हैरत होती है
उस माँ पर 
फुसलावे में आकर जो बेटे के
करती है अपना धन बहू के नाम |

हैरत होती है
उस लड़की पर
जो चाहती  है
सुख समृद्धि भावी पति द्वारा |

हैरत होती है
उस स्त्री पर
जो समझती
जीवन है उसके हक का मैदान |

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें