11
February 2016
08:57
-इंदु बाला
सिंह
दैनिक
समस्याओं के सामने
और
आपरेशन टेबल
पर
हम
.........अकेले ही होते हैं
फिर
.....क्यों मुंह जोहते हैं हम किसीका
चल भी अब
..... ओ रे मनहूस मन !
कोई नहीं है
अपना
जिसने जोड़
घटाव सीखा
उसने जीना
सीखा |
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