10
February 2016
22:21
-इंदु बाला
सिंह
बड़ा मुश्किल
है जीना
जब
सब
विपरीत हों .....
राह में मौन चलना
मानसिक संतुलन
बनाये रखना
कितना कठिन है
यह भुक्तभोगी ही जाने
बाकी तो
कहानियां हैं
कल्पनायें हैं
सुविधाभोगी
निकटस्थों कीं .........
आखिर कोई
क्यों किसी को याद करे |
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