-इंदू बाला सिंह
मां छाता होती है
बच्चे को धूप , बरसात से बचाती है ....
रात में लाठी का काम करती है ..
एकदिन छाते की सियन टूट गयी ....
मुझे उघड़े छाते के साथ आफिस जाना पड़ा ..
और मुझे कमी महसूस होने लगीे छाते की ......
मैं सुई खोजने लगी ।
बच्चे को धूप , बरसात से बचाती है ....
रात में लाठी का काम करती है ..
एकदिन छाते की सियन टूट गयी ....
मुझे उघड़े छाते के साथ आफिस जाना पड़ा ..
और मुझे कमी महसूस होने लगीे छाते की ......
मैं सुई खोजने लगी ।
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