रविवार, 29 दिसंबर 2024

मूल्यहीन है मातृसत्ता

 


#इन्दु_बाला_सिंह


कोई गिलवा शिकायत नहीं 


पितृ सत्ता की संवाहक होती हैं 


घर छोड़ कर भागनेवाली लड़कियां 


आख़िर वे किसी पुरुष को 


ख़ुद से बेहतर समझीं ..ताक़तवर समझीं 


पुरुषों की दुनियाँ में वे ख़ुद को कमजोर समझीं 


उन्होंने भगाया नहीं किसी लड़के को 


आख़िर में उन्होंने समझाया 


आज भी मातृसत्ता 


मूल्यहीन है ।



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