शुक्रवार, 22 मार्च 2013

जीने का तरीका


   

अकेला हो गया वो 
जिन्दगी की साँझ में 
पड़ोसी उत्सुक थे 
देखें अब क्या करता है वो 
औलाद परेशान थी 
अब तो अपने पास ला  कर रखना होगा 
पिता को 
पर 
जिन्दगी भर अपना रास्ता खुद ढूंढा था उसने 
अब भी ढूंढा उसने जीने का तरीका 
घर में लगा ताला 
आउट हॉउस में एक परिवार को मुफ्त  घर मिला 
मित्रों के माध्यम से नौकरी पकड़ी उसने 
बुढ़ापे में मिला साथ सहकर्मियों का 
अब उसे अपने शरीर की 
अंतिम क्रिया की भी चिंता न थी ।

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