गुरुवार, 3 जुलाई 2025

एक सलाह


 

अब

 

तुम

 

नहीं करोगे अपने मन का

 

अब ज्यादा दूर जाना ठीक नहीं

 

और कितना बिखरोगे  तुम

 

कमजोर हुई हैं

 

पाँखे तुम्हारी

 

मन के जोश से उड़ेगा पंछी

 

तो राह में गिर जाएगा .....

 

अब सुनना है तुम्हें अपने पिता की ...अपनी मां की

 

श्रम करो

 

नीड़ बनाओ

 

पास के पेड़ पर

 

जियो

 

खुश रहो ।

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