बुधवार, 29 जनवरी 2025

पितृ सत्ता की रेस

 


#इन्दु_बाला_सिंह


रिले रेस है पितृ सत्ता 


पिता थमाता थमाता है अचल संपत्ति अपने पुत्र को 


और 


पुत्र अपने पुत्र को 


पुत्र नहीं है तो गोद लेता है किसी लड़के को 


बेटियां दर्शक रहती हैं 


पितृ सत्ता के खिलाफ गीत गाती हैं 


अचल संपत्ति उन्हें अपने पिता से मिलतीं तो वे प्रेम के गीत गातीं 


प्रेम और विश्वास के जगह कर्तव्य डेरा डाला है घर में ।



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