रविवार, 13 अक्टूबर 2013

समुद्र कूल के मजदूर

रात भर हम भूखे थे
हमारे बच्चे भूखे थे
हमारे घर की छत उड़ गयी
जन बचाने के लिए कहीं भी चले जायेंगे हम
समुन्दर जब शांत होगा तब लौटेंगे हम
हमलोग तो रोज कमाने खानेवाले हैं बाबू
और वे चले गये
आँखों में फिर लौटने की आशा लिए |

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