शुक्रवार, 30 नवंबर 2012

टीचर




दीदी  !
कल हमारी छुट्टी
हमारे स्कूल की इंग्लिश टीचर मर गई
बहुत अच्छी टीचर थी ....
हाँ हमारे समय भी पढ़ाती थी वो ....
अच्छा हुआ छुट्टी मिली तुमलोगों को ...
नईईई !
बहुत अच्छी टीचर थी वो
दीदी !
अब हमलोगों को कौन पढायेगा ?....
कोई दूसरा पढ़ाने आयेगा
किसी के बिना दुनिया नहीं रुकती है .....
नहीं दीदी !
वो तो नहीं मिलेगी हमें .....
विद्यालय में काम करते वक्त
कोई जब भगवान को प्यारा होता है
तब खबर आग की तरह
सभी बच्चों में
फैलती है
पूरा शहर जान जाता है
बच्चों की दुनियां पल भर को ठहर जाती है |

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