गुरुवार, 4 अक्टूबर 2018

सुनहरे रिश्ते

- इंदु बाला सिंह

युध्दोपरांत  परिस्थितियां बदल गयीं

 रिश्तों का धागा न जाने कब टूट  गया

हम क्या से क्या हो गये ।






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