सोमवार, 10 दिसंबर 2012

साथी


उसने
फल लगे वृक्ष को
आरी से काट दिया |
...इसे बाहर फेंक दो |
...फल लगा था सर पेड़ में |
वह डर गया
ऐसा करो
इसको यहीं पड़ा रहने दो
फल फूलदार होनहार वृक्ष
वहीं पड़ा
मुरझाने लगा
पास का फूलों से लदा वृक्ष
कसमसा उठा
अपने साथी की दुर्दशा देख
शायद
कल उसके साथ भी ऐसा ही हो !

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