आपका नाम ले कर पुकारने लगे
जब आपकी औलाद
तब
समझ लीजिये
वह
अब आपके रिश्ते को नहीं मान देता
निकल पड़ इंसान
अब इस घर को तेरी ज़रूरत न रही
लौट अब
अपने जन्मस्थान की ओर
क्यों पुकारती तू
ईश्वर मूर्ति में नहीं है
मंदिर में नहीं है
वह
तुझमें है
मान रख अपना ।
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