शुक्रवार, 2 मई 2025

ब्याह के बाद



आख़िर  मेरी पहचान क्या है 

मैं कौन हूं •••••

उठता है  मन में प्रश्न 

बीता कल  संघर्षमय  था 

अकेले लड़ रही थी मैं 

जिम्मेवारियां थीं ••••••

जिम्मेवारियां मिटी 

मैं अपनी  पहचान ढूंढने लगी ।


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें