रविवार, 11 जून 2017

आखिर क्यों



- इंदु बाला सिंह
टूटते सितारे से लोग मांगते है ....अपनी चाहत 
मैं .... उस सितारे के टूटने से दुखी होती हूं
गुजरते मुर्दे को लोग नमस्कार करते हैं
पर ....मुझे उस निर्जीव का दुखी परिवार याद आता है
आखिर क्यों ।

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