सोमवार, 9 जून 2025

कर्तव्य बोध

 

 

 

 

ससुराल अपना है

 

मैके के प्रति कर्तव्य बोध है

 

कर्तव्य बोध लिए जीवित रहे

 

मैंका मिट गया

 

यह कैसा  बोध था

 

जो

 

सदा तड़पता रहा .....

 

अज्ञानी ही भले थे ।

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