मंगलवार, 28 मई 2019

सोये सपने



- इन्दु  बाला सिंह


ऐसा न जाने  क्यों होता है

कि पुराने चित्रों का अपना चेहरा

अपना ही नहीं लगता  ........

ढूंढता है मन

अपना खोया सपना

न जाने किस पल सो गया मेरा सपना  |


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