मार्च -7
- इंदु बाला सिंह
उठ
बाँध समय को
वरना निकल जायेगा पल हाथ से
आज तक
न लौटा है समय
और
न लौटेगा कभी
जी ले ....
कहीं हाथ न छूट जाये अपनों का ....
इस भागमभाग में |
वरना निकल जायेगा पल हाथ से
आज तक
न लौटा है समय
और
न लौटेगा कभी
जी ले ....
कहीं हाथ न छूट जाये अपनों का ....
इस भागमभाग में |
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