सोमवार, 24 दिसंबर 2018

सपने बारम्बार जन्मते हैं ।

-इंदु बाला सिंह


हर साल सुनामी आती है

गुजर जाते हैं बहुत से अरमान ...

फिरअंकुरित होते हैं सपने

यूं लगता है मन धरती बन गया है ।



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