-इंदु बाला सिंह
हर साल सुनामी आती है
गुजर जाते हैं बहुत से अरमान ...
फिरअंकुरित होते हैं सपने
यूं लगता है मन धरती बन गया है ।
हर साल सुनामी आती है
गुजर जाते हैं बहुत से अरमान ...
फिरअंकुरित होते हैं सपने
यूं लगता है मन धरती बन गया है ।
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