-इदु बाला सिंह
कमरे में मन भींज जाता है ...बिन पानी के
न जाने कैसे.....
कोई प्रश्न नहीं
कोई उत्कंठा नहीं ....
शायद मन की बर्फीली सिल्ली
भींजेपन का अहसास दिलाती है ।
कमरे में मन भींज जाता है ...बिन पानी के
न जाने कैसे.....
कोई प्रश्न नहीं
कोई उत्कंठा नहीं ....
शायद मन की बर्फीली सिल्ली
भींजेपन का अहसास दिलाती है ।
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