शनिवार, 30 जून 2012

हाइकू - 17


विदाई तो है
विदाई कैसी भी हो
दुखद सदा |

घर बनेगा
कुरुक्षेत्र मैदान
तू भी देखना |

स्त्री को दे मान
आज न दे पाए तो
कर सामना |

आज प्यासी है
असि धार खूं की
सामने |

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