विदाई तो है
विदाई कैसी भी हो
दुखद
सदा |
घर बनेगा
कुरुक्षेत्र
मैदान
तू
भी देखना |
स्त्री को दे
मान
आज न दे पाए
तो
कर
सामना |
आज प्यासी है
असि धार खूं की
न आ सामने |
My 3rd of 7 blogs, i.e. अनुभवों के पंछी, कहानियों का पेड़, ek chouthayee akash, बोलते चित्र, Beyond Clouds, Sansmaran, Indu's World.